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मैं हारा तो क्या, मेरी कोशिश की कहानी मेरे लोगों के जेहन में बाकी है। मैं गिरा तो क्या, मेरे उड़ने के निशान आसमान में बाकी हैं।

यह गंभीर छंद इंसानी आत्मा की पुनर्स्थापना को बयां करता है, जो हालात और असफलताओं के बावजूद अड़ा हुआ है। यह इच्छाशक्ति की सार्थकता को दर्शाता है, जो व्यक्तियों को…

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कोशिकाओं में बसती हैं स्मृतियां हमारे शरीर की अनगिनत कोशिकाओं में हैं अनगिनत स्मृतियां, अनगिनत स्मृतियों में न जाने कितने लोग , कितने भाव कितनी जगहों ने घर बना लिया अपना।

कोशिकाओं में स्मृतियां का एक अद्भुत जागरूकता बाजार में है। कोशिकाएं न केवल हमारे शारीरिक संरचना को बनाए रखने में मदद करती हैं, बल्कि यह भी हमें हमारे अनुभवों को…

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राम प्रसंग ने हमें एक गहरे संदेश से परिचित किया है। यह कविता एक पथिक के अनुभवों को दर्शाती है जो एक यात्रा पर जाता है, और उसे अपने घर लौटते समय ईश्वर के साथ उसके विचारों की गहराई का अनुभव होता है।

पथिक का यह पर्व उसकी यात्रा के अंत में होने का समय है, जब वह थका हुआ होता है, लेकिन उसका मन न्याय स्थापित करने की सजगता से भरा होता…

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